करनी है हर मनोकामना को पूर्ण, तो करें भगवान हनुमान के इन 10 विशेष मंदिर के दर्शन

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त्याग, समपर्ण और शक्ति का प्रतीक भगवान हनुमान जी को माना जाता है, बता दें हनुमान जी भगवान शिव के 11वें रुद्रावतार के तौर पर भी जाने जाते हैं. जो लोग हनुमान जी की सच्चे मन से पूजा करते हैं, उनकी मनोकामना जरुर पूरी हो जाती है. हमारे देश में हनुमान जी के कई ऐसे मंदिर स्थापित हैं, जिसमें लोगो की भारी आस्था रहती है.

प्रयागराज के लेटे हनुमान मंदिर

हनुमान जी की एक लेटी हुई प्रतिमा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के संगम पर स्थापित है. हनुमान जी की ये मूर्ती 20 फीट लंबी है, ऐसा कहा जाता है कि हर साल गंगा जी उन्हें स्नान कराने आती है, और जिस साल ऐसा नहीं कर पाती है तो अगले साल कई बार उन्हें हनुमान जी को स्नान कराना पड़ता है. भक्त इसे बेहद शुभ मानते हैं.

हनुमानगढ़ी

भगवान श्रीराम की नगर अयोध्या में हनुमानगढ़ी के नाम से हनुमान जी का पावन धान स्थापित है, जिसे 300 साल पहले अभयारामदासजी ने स्थापित किया था. 60 सीढ़ियों पर चढ़ने के बाद ही हनुमान जी का दर्शन होता है, ऐसा माना जाता है कि अयोध्या की यात्रा इस हनुमान मंदिर के दर्शन के बिना अधूरी है.

श्री संकटमोचन मंदिर

वाराणसी में स्थित संकतमोचन मंदिर में भक्तों की अपार आस्था रहती है. ऐसा माना जाता है कि गोस्वामी तुलसीदास के तप के चलते हनुमान जी की ये मूर्ति प्रकट हुई थी. साथ ही ये मान्यता भी है कि उनके दर्शन मात्र से ही लोगो के सारे कष्ट और संकट दूर हो जाते हैं.

भूत-प्रेत बाधाएं

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर राजास्थान के दौसा जिले के पास दो पहाड़ियो के बीच स्थापित है, ऐसी मान्यता है कि उनके दर्शन से भूत-प्रत जैसी बाधाएं दूर हो जाती है.

सालासर बालाजी हनुमान मंदिर

दाढ़ी और मूंछ वाली अनोखी हनुमार जी की मूर्ती राजस्थान के चुरू जिसे में स्थित सालासर गांव में सेथ्पित है, इसलिए इन्हें सालासर वाले बालाजी कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस धाम के दर्शन करने वाले व्यक्ति की मनोकामना जरुर पूरी होती है.

द्वारका हनुमान दंडी मंदिर

श्री हनुमान का ये पावन धाम गुजरात के समुद्री तट पर स्थित बेट द्वारका से 4 मील दूर स्थापित है. इस मंदिर से हनुमानजी और मकरध्वज के युद्ध की कहानी जुड़ी हुई है.

हनुमान धारा

हनुमान धारा चित्रकूट में स्थित है, इस मंदिर से तुलसीदास और हनुमानजी की पौराणिक कथा जुड़ी हुई है. बता दें भगवान राम ने इस जलधारा की उत्तपति बाण से की थी, जिससे हनुमानजी के पूंछ की पीड़ा शांत हो सके.

उलटे हनुमान का मंदिर

मध्य प्रदेश के उज्जैन में सिंदूर से सजी उल्टे मुख वाली हनमान जी की मूर्ती स्थापित है.

नारी स्वरुप हनुमान

नारी स्वरुप हनुमानजी का मंदिर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में स्थित है, इस पावन धाम को माहामाया नगरी के नाम से भी जाना जाता है.

हनुमान मंदिर

हनुमानजी को तेलंगाना में विवाहित माना जाता है, हैदराबाद से कुछ 220 किमी की दूरी पर खम्मम जिला में हनुमानजी अपनी पत्नी सुवर्चला के साथ विराजमान है. ऐसा माना जाता है कि उनके दर्शन से वैवाहिक जीवन में आ रही सारी परेशानियां दूर हो सकती है.

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